"ଆମେରିଗୋ ଭେସପୁଚି" ପୃଷ୍ଠାର ସଂସ୍କରଣଗୁଡ଼ିକ ମଧ୍ୟରେ ତଫାତ
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== ପରିଚୟ ==
ଆମେରିଗୋ
वेस्पूचि, की समुद्रयात्राएँ १४९७-१५०५ ई. की अवधि में हुईं। मई, १४९९ ई. तथा जून, १५०० ई. के बीच स्पेन के अभियान में विस्पूचि ने नाविक की हेसियत से भाग लिया। इस यात्रा में एमाज़ान का मुहाना, ओरिनीको का मुहाना आदि का पता लगा। वेस्पूचि ने समझा कि वे सुदूर पूर्व एशिया प्रायद्वीप का चक्कर लगा रहे हैं तथा इसके आगे एशिया के समुद्र मिलेंगे। १३ मई, १५०१ ई. को सिलोन (श्रीलंका) तथा हिंदमहासागर में पहुँचने के विचार से पुर्तगाल सरकार के तत्वावधान में इनका दूसरा अभियान हुआ। इसमें ये ब्राजील तट से होकर पैटागोनिय तट के आगे सान सूलिना (San Sulina) की खाड़ी के आसपास तक गए।
भौगोलिक अन्वेषणों के इतिहास में इस यात्रा का बड़ा महत्व है। इसके बाद वेस्पूचि तथा अन्य विद्वानों को इस बात का विश्वास हो गया कि उपर्युक्त भाग एशिया के नहीं वरन् नई दुनिया के हिस्से थे। १५०८ ई. में वेस्पूचि स्पेन के प्रमुख नाविक नियुक्त हुए। साथ ही साथ नए खोजे गए देशों एवं उन तक पहुँचने के रास्तों के नक्शे बनाने एवं विभिन्न पोत कप्तानों द्वारा प्रेषित आँकड़ों की तुलना एवं व्याख्या करने का काम भी इन्होंने सँभाला। यह कार्य ये अपने मृत्यु काल तक करते रहे।
== ଆଧାର ==
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